अकबर का मकबरा सिकन्दरा, आगरा

अकबर का मकबरा सिकन्दरा, आगरा

अकबर का मकबरा सिकन्दरा, आगरा


हमारी बेबसाइट प्रज्ञा कुंभ का शाब्दिक अर्थ इस प्रकार है जिसमें शब्द प्रज्ञा का अर्थ ज्ञान से व कुंभ का अर्थ घट या घड़ा से है। दोनो शब्दों को मिलाकर इसका अर्थ हुआ ज्ञान से भरा हुआ घड़ा। आपकों इसका अर्थ बताना इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योकि इस बेबसाइट का उद्देश्य सिर्फ आपकों ज्ञानवर्धक तथ्यों के आधार पर जानकारी प्रदान करना है। साहित्य, समाज, संस्कृति, इतिहास और समसामायिक विषयों से आपका ज्ञानवर्धन कराना ही मेरी बेबसाइट का उद्देश्य है। जिसका सीधा सरोकार आपसे हो। 

आईये आज आपकों इतिहास के कुछ पहलुओं से रूबरु कराते है। हिन्दुस्तान के इतिहास में The Great शब्द केवल सम्राट अशोक और मुगल शासक अकबर के साथ ही प्रयोग किया जाता है। दोनो ही लोगो की अपनी अलग – अलग पहचान है। आज हम मुगल शासक अकबर के मकबरे से आपकों रूबरू कराने की कोशिश कर रहे है।

अकबर का पूर्ण नाम जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर था तथा इसका जन्म 15 अक्टूबर 1542 ई. में अमरकोट में हुआ तथा उसकी मृत्यु 29 अक्टूबर 1605 . को हुई थी। अकबर का मकबरा सिकन्दरा आगरा से 4 किमी0 की दूरी पर स्थित है जिसका निमार्ण स्वमं अकबर ने प्रारम्भ करवाया था, लेकिन पूर्ण होने से पूर्व ही अकबर की मृत्यु हो गयी थी। बाद में इसके पुत्र जहांगीर ने इसकी मूल संरचना में कई परिवर्तन करके इसे पूर्ण करवाया था। यह मुगलकालीन वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। सिकन्दरा एक स्थान का नाम है जिसका नाम सिकन्दर लोदी के नाम पर पड़ा था। आगरा आने वाले पर्यटक सिकन्दरा में स्थित अकबर के मकबरे पर आना बिल्कुल भी नही भूलते और खासकर दीवारों पर की गई नक्कासी को तो हर पर्यटक दिलों मे हमेशा के लिए वसाना चाहंता है। यहॉ अकबर का वास्तविक मकबरा है जो कि संगमरमर और अन्य बेसकीमती पत्थरों से मिलकर बनाया गया है। अकबर में बारे में कहॉ जाता है कि लोग अकबर को जीते जी सलाम करने आते थे और मरनें के बाद भी आज अकबर को सलाम करने आते है। मकबरे के चारो तरफ तीन मंजिला लाल पत्थर से बनी खूबसूरत मीनारे है जिस पर संगमरमर की सुन्दर कलाकृतियॉ मकबरे की सुन्दरता में चार चॉद लगाती है। 

मुगलकालीन इतिहास में दिलचस्पी रखनें वालों के लिए तो यह मकबरा मानों एक जन्नत ही हो। यहॉ पहुंचकर आप मुगलकालीन वास्तुकला को पास से देख सकते है और गर्व कर सकते है अकबर की विरासत पर। मकबरे को चारो तरफ से खूबसूरत बगीचों ने अपनी सुन्दरता में कैद कर रक्खा है। इस बगीचे में आप काले हिरन को अठखेलियॉ करते देख सकते है। सिकन्दरा आईये, यहॉ शहशांह अकबर आराम फरमा रहे है। 

कब औऱ कैसे आये-
वैसे तो वर्ष के किसी भी माह में आप यहॉ आ सकते है परन्तु ग्रीष्मकाल में यहॉ अत्यधिक गर्म मौसम रहता है। सर्वश्रेष्ठ समय अक्टूबर से फरवरी के मध्य रहता है। वैसे तो आगरा लगभग सभी मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है यहॉ आप रेलमार्ग, वायुमार्ग, सड़क मार्ग में से अपनी सुविधा अनुसार किसी भी माध्यम का चुनाव कर सकते है। यहॉ का हवाई अड्डा आगरा एअरपोर्ट, व रेलवे स्टेशन आगरा कैण्ट, आगरा फोर्ट व आगरा सिटी है तथा ISBT बस स्टैण्ड है।

लेखक – गौरव सक्सेना

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Gaurav Saxena

Author & Editor

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