विशाखापट्टनम गैस
लीक हादसा
आज सुबह तकरीबन 2.30 बजे
विशाखापट्टनम में एक कैमिकल प्लांट से जहरीली गैस के रिसाव नें भोपाल गैस त्रासदी
की घटना को पुन: जीवन्त कर दिया। देश इस समय वैसे
भी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की चपेट में है, लोग जीवकोपार्जन की चिन्ता से
ग्रसित है और अत्यधिक परेशान है, श्रमिक घरो से दूर लॉक-डाउन के कारण फसे है,
जिन्हे राज्य सरकारे उन्हे घर तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत भी है। इस भीषण संकट के
समय में गैस लीक हादसा का होना ह्दयविदारक और अत्यधिक विचारणीय घटना है।
इस घटना से जहरीली गैस ने हवा में
घुलकर 10 लोगो की जान ले ली तथा 300 से अधिक लोगो की हालत गम्भीर है। जिनका इलाज
चल रहा है। बताते चले कि यहॉ स्टीरीन नामक जहरीली गैस का रिसाव हुआ है जो कि एक
बैंजीन का योगिग होता है औऱ प्लास्टिक पेंट बनाने के काम आती है। इसके प्रभाव में
आनें पर व्यक्ति का नर्वस सिस्टम बहुत अधिक प्रभावित होता है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की
टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिया गया है जो कि निरन्तर
बचाव कार्य में अपना अमूल्य सहयोग कर रही है।
आज आवश्यकता है कि इस घटना के
कारणों की पूर्णतया जॉच करनें की औऱ इससे सबक सीखने की जिससे भविष्य में फिर कभी
ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।
ईश्वर अतिशीघ्र लोगो को निरोगी
बनाये तथा इस मुश्किल घड़ी में अदम्य साहस प्रदान करें ।
मेरे इस लेख को दैनिक समाचार पत्र दैनिक जागरण, कानपुर संस्करण ने दिनांक 8 मई 2020 के पृष्ठ संख्या 6 पर स्थान दिया है।
लेखक
गौरव
सक्सेना
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