पुन: लॉकडाउन -- हमारी लापरवाही का ही नतीजा है


 पुन: लॉकडाउन -- हमारी लापरवाही का ही नतीजा है

पुन: लॉकडाउन -- हमारी लापरवाही का ही नतीजा है


आज देश अनलॉक की प्रकिया से गुजर रहा है। लॉकडाउन के कारण बन्द पड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए धीमें – धीमें गतिविधियों का पुन: प्रारम्भ करना अति आवश्यक हो गया था। परन्तु वहीं इसका एक अति दुखी कर देने वाला पहलू भी सामनें आया है कि लोगो की घर से बाहर निकलनें की आवाजाही और कोरोना के प्रति असंवेदनशील लापरवाही भरे रवैये नें भारत में कोरोना संक्रमण की स्थिति में बेतहासा वृद्धि की है। थोड़ी सी छूट देनें भर से लोगो ने इसका गलत फायदा उठाया और स्थिति हाथ से बाहर होती दिख रही है, बाजारों में दो गज की दूरी को लोग भूलकर कमानें खानें की होड़ में लग गये है। माना कि पेट पालनें के लिए रोजगार जरूरी है परन्तु इस कठिन समय में जब हम एक लम्बे लॉकडाउन के बाद घर से बाहर आये है तब रोजगार से कहीं ज्यादा संक्रमण से बचाव है। हमारी थोड़ी सी लापरवाही लॉकडाउन काल के हम सभी के परिश्रम को पूर्णतया नष्ट्र कर देगी।   

चूंकि यह संचारी रोगो के प्रसार का समय भी चल रहा है ऐसे समय में कोरोना संक्रमण और अत्यधिक गति से फैलेगा। तब हमें पहले से ज्यादा जिम्मेदारी के साथ बचाव करना है। यदि हम रोज की जिन्दगी में कोरोना को नजरअन्दाज कर देगे तो इसके घातक प्रभाव सभी को भुगतनें होगे।
आज कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते कई राज्यों औऱ शहरों में पुन: लॉकडाउन लगाया जा रहा है, उत्तर प्रदेश सरकार सप्ताह में शनिवार और रविवार को पूर्णतया लॉकडाउन करनें का फैसला कर चुकी है। जरा सोचिये कि लॉकडाउन काल में लोगो की जिन्दगी सरकारी मद्द के बाबजूद भी किस तरह से परेशानी में व्यतीत हुई थी, और फिर हम सभी की वजह से ही पुन: लॉकडाउन की राह पर चलना, अब और कितना कष्ट्रकारी रहेगा। 

सरकार अपनी क्षमता से अधिक कोरोना पर विजय पानें के लिए रात-दिन कार्यरत है, निरन्तर बढ़ती कोरोना टेस्टिंग, स्वास्थ्य उपकरणों का स्वदेशी निर्माण, अत्याधुनिक टेस्टिंग प्रणाली सभी पर सरकार पूरी ताकत के साथ काम कर रही है। और देश में संक्रमणमुक्त होते लोगो की संख्या सरकार के प्रयासों को फलीभूत होते दिखा रही है। 

अब बिना किसी देरी से हम सभी को कोरोना को हरानें के लिए कमर कसनी होगी तथा यह प्रण करना होगा कि अनावश्यक कार्य से घर से बाहर कदम नहीं रखना है और यदि बाहर जाये तो मास्क से नांक और मुख को अच्छी तरह से ढ़ककर ही जायें, दिखावे के लिए या पुलिस से बचनें के लिए मास्क नही लगाना है बल्कि संक्रमण रोकनें के उद्देश्य से मास्क का प्रयोग करना है। वहीं दो गज की दूरी का कठोरता के साथ पालन करना है। 

उक्त लेख को दैनिक जागरण समाचार पत्र नें दिनांक 18 जुलाई 2020 को अपनें सम्पादकीय पृष्ठ पर स्थान दिया।

पुन: लॉकडाउन -- हमारी लापरवाही का ही नतीजा है


लेखक
गौरव सक्सेना

Gaurav Saxena

Author & Editor

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